गुरु चांडाल दोष शांति पूजा उज्जैन बुकिंग

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गुरु चांडाल दोष क्या होता है? यह योग कुंडली मे कैसे बनता है?

गुरु चांडाल दोष तब बनता है जब कुंडली में बृहस्पति और राहु एक साथ होते हैं. यह योग व्यक्ति की मानसिक शांति को प्रभावित करता है और परिवार और दोस्तों के साथ संबंधों में भी समस्याएं पैदा करता है। 

गुरु बृहस्पति देवताओं के गुरु हैं। वहीं, राहु और केतु मायावी ग्रह हैं। सूर्य और चंद्रमा को राहु एवं केतु अपना शत्रु मानते हैं। वहीं, गुरु ग्रह देवताओं के गुरु हैं। इसके लिए देवगुरु बृहस्पति के साथ भी राहु-केतु का शत्रुवत संबंध है। इसके लिए सूर्य, चंद्र और गुरु के साथ रहने पर राहु या केतु शुभ फल नहीं देते हैं। कई अवसर पर जातक को नुकसान भी होता है।

ज्योतिषियों की मानें तो देवगुरु बृहस्पति और राहु या केतु की युति होने पर कुंडली में गुरु चांडाल दोष बनता है। कई बार ग्रह राशि परिवर्तन के आधार पर भी गुरु चांडाल दोष बनता है। हालांकि, ग्रह के राशि परिवर्तन से दोष समाप्त भी हो जाता है। हालांकि, जन्म के साथ कुंडली में गुरु चांडाल दोष बनने पर दोष निवारण जरूरी है। कुंडली में गुरु चांडाल दोष लगने पर शुभ ग्रहों का प्रभाव तुरंत से क्षीण हो जाता है। इसके लिए ज्योतिष दोष निवारण की सलाह देते हैं।

 गुरु चांडाल दोष का ज्योतिषीय अर्थ:–

गुरु ग्रह को देवताओं का गुरु और ज्ञान का कारक माना जाता है। यह नैतिकता, धार्मिकता, शिक्षा, धन और आध्यात्मिक उन्नति का प्रतीक है। राहु और केतु को पाप ग्रह कहा जाता है और इनका प्रभाव छाया की तरह कार्य करता है, जो भ्रम, छल, मानसिक अस्थिरता और भटकाव का कारक है। जब राहु गुरु के साथ होता है, तो यह गुरु के शुभ प्रभाव को कमजोर कर सकता है और व्यक्ति को भौतिकता, अनैतिकता और लालच की ओर ले जा सकता है।

गुरु चांडाल दोष के प्रभाव:–

गुरु चांडाल दोष के कई प्रकार के प्रभाव हो सकते हैं, जो व्यक्ति के जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में महसूस किए जाते हैं।

 1. व्यक्तिगत जीवन में प्रभाव:
  • व्यक्ति का झुकाव अनैतिक कार्यों की ओर हो सकता है।

  • शिक्षा में बाधा आ सकती है या व्यक्ति को सही ज्ञान की प्राप्ति में कठिनाई होती है।

  • जीवन में भ्रम और मानसिक तनाव बना रह सकता है।

  • अच्छे सलाहकार और सच्चे मार्गदर्शन की कमी महसूस हो सकती है।

  • व्यक्ति धार्मिक गतिविधियों से दूर हो सकता है या धर्म के नाम पर गलत रास्ते पर चल सकता है।

  1. स्वास्थ्य पर प्रभाव:
  • मानसिक तनाव और चिंता बनी रह सकती है।

  • सिरदर्द, तंत्रिका तंत्र संबंधी समस्याएं और मानसिक बीमारियों की संभावना हो सकती है।

  • कभी-कभी, गुरु चांडाल दोष के प्रभाव के कारण व्यक्ति के जीवन में दुर्घटनाओं की संभावना भी बढ़ सकती है।

  1. पेशेवर और आर्थिक जीवन में प्रभाव:
  • करियर में अचानक रुकावटें आ सकती हैं।

  • आर्थिक हानि, निवेश में नुकसान और गलत फैसलों के कारण व्यक्ति को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।

  • व्यक्ति अपने लक्ष्य से भटक सकता है और असफलता का सामना कर सकता है।

  • व्यक्ति को अपने कार्यक्षेत्र में मान-सम्मान की हानि हो सकती है।

  1. गलत संगति और बुरी आदतें:

        इस दोष के प्रभाव से जातक गलत संगति में पड़ सकता है और बुरी आदतें जैसे नशा, जुआ या अन्य अवैध गतिविधियों में लिप्त हो सकता है। राहु के प्रभाव से व्यक्ति छल-कपट और धोखाधड़ी की प्रवृत्ति विकसित कर सकता है।

  1. शिक्षा और ज्ञान में बाधा:

       गुरु ज्ञान और शिक्षा के कारक हैं। जब राहु या केतु गुरु के साथ होते हैं, तो शिक्षा में बाधाएं आती हैं। पढ़ाई में रुचि कम हो जाती है और उच्च शिक्षा प्राप्त करने में कठिनाइयां हो सकती हैं।

गुरु चांडाल दोष निवारण पूजा के लाभ:–

गुरु चांडाल दोष का निवारण विभिन्न पूजा-पाठ और ज्योतिषीय उपायों द्वारा संभव है। इन उपायों से जातक के जीवन में सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं। 

स्वास्थ्य में सुधार:-   

गुरु चांडाल दोष के निवारण के बाद जातक के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। पूजा से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और व्यक्ति के जीवन में सकारात्मकता का संचार होता है।

शिक्षा और करियर में सफलता:

    निवारण पूजा से जातक की शिक्षा में रुचि बढ़ती है और करियर में सफलता मिलती है। पढ़ाई में एकाग्रता आती है और ज्ञान प्राप्ति की राह में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं।

पारिवारिक शांति और सौहार्द:

      इस पूजा से पारिवारिक जीवन में शांति और सौहार्द की भावना बढ़ती है। परिवार के सदस्यों के बीच प्रेम और एकता स्थापित होती है।

चांडाल योग से आपके जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है?

1. यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में बृहस्पति और राहु एक साथ हों तो चांडाल योग बनने से आप पर चारित्रिक दोष लग सकता है।

2. यदि आप शादीशुदा हैं और आपकी कुंडली में गुरु चांडाल योग बन रहा है तो आपको अपने दांपत्य जीवन में कलह की उम्मीद रखनी पड़ सकती है।

3. कुंडली में गुरु चांडाल योग बनने से व्यक्ति को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है। 

4. गुरु चांडाल योग के प्रभाव से आपका पैसा पानी की तरह खर्च होगा।

5. इस कमी के विकसित होने से व्यक्ति के करियर  में समय-समय पर बाधाएं उत्पन्न हो सकती हैं। 

6. गुरु चांडाल बनने के बाद लोग जिद्दी और हठी भी हो जाते हैं। इस कारण ये लोग सभी का सहयोग नहीं कर पाते।

गुरु चांडाल दोष पुजा उज्जैन मे कराने के लिए संपर्क करे

अगर आप उज्जैन मे विष दोष पूजा करवाना चाहते है, तो आप पंडित जी से संपर्क कर सकते है। पंडित जी के पास वर्षभर गुरु चांडाल  दोष निवारण पूजा के लिए लोग आते है, और अपनी समस्याओ और बाधाओ से छुटकारा पाते है। अगर आप भी अपनी किसी समस्या से परेशान है, और उसके समाधान के लिए पूजा करवाना चाहते है, तो नीचे दी गई बटन पर क्लिक करके पंडित जी से बात कर सकते है।