ज्योतिष शास्त्र में मंगल ग्रह को ऊर्जा, साहस, पराक्रम, क्रोध और कर्म का प्रतीक माना गया है। जब मंगल किसी नई राशि में प्रवेश करता है, तो यह घटना जीवन के हर क्षेत्र —करियर, स्वास्थ्य, संबंधों और निर्णयों पर प्रभाव डालती है। रविवार के दिन, मंगल ग्रह वृश्चिक राशि से निकलकर धनु राशि में प्रवेश करेगा। यह गोचर लगभग 45 दिनों तक रहेगा और इस दौरान यह ऊर्जा, साहस और विचारों में बड़ा परिवर्तन लाएगा।
मंगल धनु राशि प्रवेश केवल एक ग्रह परिवर्तन नहीं, बल्कि एक ऊर्जा परिवर्तन है — जहाँ क्रोध की जगह साहस और आवेग की जगह विवेक लेता है। यदि इस समय आप अपने कर्मों में ईमानदारी, श्रद्धा और सकारात्मकता बनाए रखते हैं,
तो यह अवधि आपके लिए जीवन बदलने वाला साबित हो सकती है।
ज्योतिषीय दृष्टि से मंगल का धनु राशि में प्रवेश का महत्व
धनु राशि का स्वामी गुरु (बृहस्पति) है, और मंगल व गुरु दोनों अग्नि तत्व ग्रह हैं।
जब मंगल गुरु की राशि में प्रवेश करता है, तो व्यक्ति के भीतर साहस के साथ बुद्धिमत्ता का संतुलन देखने को मिलता है।
इस योग में मंगल की ऊर्जा और गुरु की दिव्यता मिलकर एक धार्मिक-आध्यात्मिक परिवर्तन का संकेत देती है।
इसलिए यह समय उन लोगों के लिए शुभ होता है जो —
- आत्मिक विकास चाहते हैं
- नए कार्य या प्रोजेक्ट शुरू करना चाहते हैं
- विदेश यात्रा या शिक्षा से जुड़े अवसर तलाश रहे हैं
मंगल धनु राशि में प्रवेश का पंचांग अनुसार समय
- तिथि: रविवार, 7 दिसंबर 2025
- समय: सुबह लगभग 08:46 बजे
- राशि परिवर्तन: वृश्चिक → धनु
- मंगल की स्थिति: धनु राशि, पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र
- गुरु का प्रभाव: मार्गी स्थिति में
यह समय विशेष रूप से धार्मिक कार्यों, भूमि निवेश, शिक्षा और विदेश यात्रा के लिए शुभ माना जाएगा।
मंगल के राशि परिवर्तन का प्रभाव 12 राशियों पर
मेष राशि (Aries)
मंगल आपके स्वामी ग्रह हैं। यह गोचर आपके भाग्य भाव (नवम भाव) में हो रहा है।
धार्मिक यात्राओं, उच्च शिक्षा और करियर में नई दिशा मिलेगी।
उपाय: मंगलवार को हनुमान जी को सिंदूर अर्पित करें।
वृषभ राशि (Taurus)
मंगल का यह गोचर आपके आठवें भाव में रहेगा।
स्वास्थ्य, अचानक परिवर्तन और मानसिक बेचैनी के संकेत दे सकता है।
उपाय: तांबे का कड़ा धारण करें और “ॐ अं अंगारकाय नमः” मंत्र का जप करें।
मिथुन राशि (Gemini)
मंगल अब आपके सप्तम भाव में प्रवेश कर रहे हैं।
दाम्पत्य जीवन में तनाव या मतभेद की स्थिति आ सकती है।
व्यापार में भी सावधानी रखें।
उपाय: मंगलवार को लाल मसूर दाल का दान करें।
कर्क राशि (Cancer)
मंगल आपका पंचम भाव सक्रिय करेगा — यानी शिक्षा, प्रेम और सृजनात्मकता का क्षेत्र।
नई प्रेरणा मिलेगी, पर क्रोध पर नियंत्रण जरूरी है।
उपाय: हनुमान चालीसा का पाठ करें।
सिंह राशि (Leo)
मंगल आपके चतुर्थ भाव में गोचर करेगा।
घर, वाहन, भूमि से जुड़े मामलों में शुभ समाचार मिल सकता है।
उपाय: लाल वस्त्र मंगलवार को धारण करें।
कन्या राशि (Virgo)
मंगल आपके तृतीय भाव में प्रवेश करेगा।
साहस और आत्मविश्वास बढ़ेगा, लेकिन जल्दबाजी से नुकसान हो सकता है।
उपाय: गुड़ और चना का दान करें।
तुला राशि (Libra)
मंगल का यह गोचर आपके द्वितीय भाव को प्रभावित करेगा।
वाणी में कठोरता आ सकती है, इसलिए बोलचाल में संयम रखें।
उपाय: मंगलवार को रक्त चंदन से हनुमान जी की पूजा करें।
वृश्चिक राशि (Scorpio)
मंगल अब आपकी राशि से निकल रहे हैं।
यह समय आपको मानसिक राहत और नई शुरुआत देगा।
उपाय: मंगल बीज मंत्र का जप करें – “ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः”।
धनु राशि (Sagittarius)
मंगल का प्रवेश आपकी राशि में हो रहा है।
शक्ति, उत्साह, और आत्मविश्वास बढ़ेगा।
धार्मिक यात्राएँ और समाज में सम्मान बढ़ेगा।
उपाय: मंगलवार को गुड़ से बने लड्डू हनुमान जी को अर्पित करें।
मकर राशि (Capricorn)
मंगल आपके बारहवें भाव में होगा।
विदेश यात्रा, खर्च, और स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता होगी।
उपाय: मसूर दाल दान करें और रात्रि में ध्यान करें।
कुंभ राशि (Aquarius)
मंगल का गोचर ग्यारहवें भाव में होगा — लाभ का भाव।
आर्थिक उन्नति और मित्रों से सहायता मिलने की संभावना है।
उपाय: मंगलवार को लाल फूल चढ़ाएं।
मीन राशि (Pisces)
मंगल अब आपके दशम भाव में सक्रिय होंगे।
करियर में प्रगति, नए अवसर, और प्रमोशन की संभावना बन रही है।
उपाय: हनुमान मंदिर में दीपक जलाएं।
मंगल के धनु राशि में प्रवेश के शुभ प्रभाव
धार्मिक भावनाओं में वृद्धि – व्यक्ति अधिक आध्यात्मिक और कर्मशील बनता है।
नई यात्राओं की शुरुआत – भाग्य उदय और विदेश संबंधी लाभ।
ऊर्जा और निर्णय शक्ति में वृद्धि – कार्यों में सफलता और आत्मविश्वास।
भविष्य के लिए नई योजनाओं का आरंभ – करियर और व्यापार में नई दिशा।
शत्रुओं पर विजय – मंगल व्यक्ति को प्रतिकूल स्थितियों में मजबूत बनाता है।
नकारात्मक प्रभाव से बचाव के उपाय
- मंगलवार को मंगल ग्रह की पूजा करें।
- “ॐ भौमाय नमः” मंत्र का 108 बार जप करें।
- लाल वस्त्र पहनें और हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाएं।
- क्रोध, झगड़े और आवेश से दूर रहें।
- भूमि या वाहन खरीदने से पहले शुभ मुहूर्त अवश्य देखें।
उज्जैन में मंगलनाथ मंदिर की पूजा का विशेष महत्व
मंगल ग्रह की उत्पत्ति उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर से मानी जाती है।
यहाँ की भूमि मंगल ऊर्जा से भरी है।
मंगल दोष, विवाह में देरी या करियर रुकावट जैसी समस्याओं से मुक्ति के लिए
उज्जैन में मंगलनाथ पूजा या मंगल शांति अनुष्ठान अत्यंत फलदायी होता है।
7 दिसंबर 2025 के दिन यहाँ मंगल ग्रह की विशेष आराधना, मंगल जप और तैलाभिषेक पूजा से व्यक्ति की कुंडली में मंगल संबंधी सभी दोष शांत हो जाते हैं।