Astrology

कैसे प्राप्त करें प्रसिद्धि और गौरव? समाज में सम्मान कैसे पाएँ

प्रसिद्धि (नाम प्रतिष्ठा) और गौरव—दो ऐसे शब्द हैं जो हर इंसान के दिल में कहीं न कहीं रहते हैं। कोई बड़े आदमी के रूप में, कोई आध्यात्मिक मार्गदर्शक बनकर, कोई लेखक या वैज्ञानिक बनकर दुनिया में नाम कमाना चाहता है। लेकिन सवाल ये है — क्या वास्तव में असीम प्रसिद्धि और गौरव हासिल किया जा […]

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13 जुलाई-31 जुलाई 2025 तक ग्रह-परिवर्तन: सावधानियां और उपाय

13 जुलाई से 31 जुलाई 2025 के बीच ग्रहों की स्थिति में कई परिवर्तन होने वाले हैं, जो की ज्योतिष शास्त्र के अनुसार विभिन्न राशियों और जीवन के विभिन्न क्षेत्रो पर प्रभाव डाल सकते हैं। इन प्रभावों से बचने के लिए वैदिक ज्योतिष मे कई उपाय दिये गए है, जिन्हे अपनाकर इसके नकारात्मक प्रभावों को

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शनि की चंद्र पर दृष्टि पड़ने से क्या परिणाम होते हैं?

वैदिक ज्योतिष में ग्रहों की दृष्टि (Aspect) का अत्यंत महत्व है। जब कोई अशुभ ग्रह चंद्रमा जैसे कोमल ग्रह पर अपनी दृष्टि डालता है, तो इसका गहरा मानसिक और भावनात्मक प्रभाव पड़ता है। शनि की चंद्र पर दृष्टि को विशेष रूप से गंभीर माना जाता है, क्योंकि यह योग व्यक्ति के मनोबल, भावनात्मक स्थिरता, और

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भारतीय संस्कृति और वैवाहिक जीवन पर पश्चिमी संस्कृति का प्रभाव, सद्भाव में बाधा, हिंसा की प्रवृत्ति, आत्म-क्षति

भारतीय संस्कृति अपनी समृद्ध परंपराओं, संयुक्त परिवार की भावना और वैवाहिक जीवन में आपसी विश्वास के लिए जानी जाती है। लेकिन आधुनिक युग में, पश्चिमी संस्कृति का प्रभाव भारतीय समाज, विशेषकर वैवाहिक जीवन पर तेजी से बढ़ रहा है। यह प्रभाव जहां कुछ सकारात्मक बदलाव लाया है, वहीं कई नकारात्मक पहलुओं जैसे सद्भाव में कमी,

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सोम प्रदोष व्रत 23 जून 2025: सोमवार और प्रदोष का महायोग

23 जून 2025 को सोमवार के दिन आने वाला प्रदोष व्रत, जिसे सोम प्रदोष कहा जाता है, विशेष रूप से भगवान शिव की आराधना के लिए अत्यंत शुभ और फलदायी माना जाता है। यह दिन उन श्रद्धालुओं के लिए दुर्लभ योग लेकर आता है जो स्वास्थ्य, समृद्धि, वैवाहिक सुख और आध्यात्मिक उन्नति की कामना रखते

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विवाह मुहूर्त 2025: शादी के शुभ दिनों की जानकारी(जून-दिसंबर)

हिन्दू धर्म में विवाह को जीवन का सबसे पवित्र और महत्वपूर्ण संस्कार माना जाता है। यह न केवल दो व्यक्तियों, बल्कि दो परिवारों और संस्कृतियों का मिलन होता है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, शादी के लिए शुभ मुहूर्त का चयन वैवाहिक जीवन में सुख, समृद्धि और सामंजस्य सुनिश्चित करता है। शुभ मुहूर्त में ग्रह-नक्षत्रों की

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18 जून 2025 कालाष्टमी: बुधवार के दिन भैरव दर्शन का पुण्यफल

18 जून 2025 को आने वाली कालाष्टमी, सप्ताह के बुधवार को पड़ रही है, जो कि भगवान कालभैरव के भक्तों के लिए अत्यंत शुभ और फलदायी संयोग है। कालाष्टमी तिथि प्रत्येक माह कृष्ण पक्ष की अष्टमी को आती है, लेकिन जब यह दिन बुधवार के साथ संयोग में आता है, तो इसका महत्व और भी

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जून 2025 व्रत, त्यौहार और शुभ मुहूर्त: हिन्दू पंचांग के अनुसार

हिंदू पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ और आषाढ़ मास का समय विशेष आस्था और उत्सव का महीना है, जो धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह महीना ग्रीष्म ऋतु के अंत और वर्षा ऋतु की शुरुआत का प्रतीक है, जब प्रकृति नई ऊर्जा से भर उठती है। हिंदू धर्म में जून माह में कई

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उज्जैन और नासिक दोनों में विशेष उज्जैन क्यों माना जाता है?

उज्जैन और नासिक, दोनों ही भारत के प्रमुख तीर्थ स्थल हैं, जो हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखते हैं। ये दोनों शहर अपनी धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक मान्यताओ के लिए प्रसिद्ध हैं। उज्जैन, मध्य प्रदेश में क्षिप्रा नदी के तट पर स्थित, और नासिक, महाराष्ट्र में गोदावरी नदी के किनारे स्थित, दोनों ही 12 वर्ष

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गंगा दशहरा और बटुक भैरव जयंती 5 जून 2025: पूजा विधि और उपाय

5 जून 2025 को हिन्दू धर्म में दो महत्वपूर्ण पर्व एक साथ मनाए जाएंगे: गंगा दशहरा और बटुक भैरव जयंती। यह एक दुर्लभ और पवित्र संयोग है, जो ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को पड़ता है। गंगा दशहरा वह दिन है जब मां गंगा का पृथ्वी पर अवतरण हुआ था, और यह

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